kemdrum yog | केमद्रुम योग जीवन को नर्क बना देता हैं जाने सही उपाय
केमद्रुम योग को ज्योतिष में बहुत बुरा योग कहा गया है kemdrum yog जातक की जिंदगी को नरक के समान बनादेता हैं।
kemdrum yog jankari aur upay| केमद्रुम योग |
बहुत लोग केमद्रुम योग को लेकर इतने भयभीत और डरे हुये रहते हैं मानो उनका जीवन ही समाप्त हो गया ! पर ऐसा बिल्कुल नही है।
केमद्रुम योग से बिल्कुल नहीं डरना बल्कि केमद्रुम योग को ढंग से समझना है, ताकि हमें उसका उचित समाधान मिल सके ।
आप यदि जानना चाहते है कि आपकी जन्म पत्रिका में केमद्रुम योग है या नही तो आप नीचे पडकर जान सकते है और अपनी कुंडली देख सकते हैं।
what is kemdrum yoga | क्या होता है केमद्रुम योग?
जब लग्न कुंडली मे चंद्रमा किसी भी भाव में अकेला बैठा हो ,चंद्रमा की किसी ग्रह के साथ युति न हो ,कोई ग्रह चंद्रमा को न देखता हो ,तब बनता है केमद्रुम योग।
यदि चंद्रमा के साथ राहु या केतु में से कोई भी एक ग्रह बैठा हो तो भी यह योग बनता है। राहु या केतु केमद्रुम दोष को खत्म नही करते।
आपकी जन्म कुंडली में यह दोष हैं या नहीं इसको जानने के लिए अपनी कुंडली को किसी योग्य ज्योतिषी से दिखाना चाहिए ।
kemdrum yog bhang | केमद्रुम योग भंग
हमको यह भी विचार करना पड़ता है कहीं यह योग भंग तो नहीं हुआ है अगर चंद्रमा से बृहस्पति केंद्र में बैठा हो तो भी यह योग भंग हो जाता है।
चंद्रमा उच्च राशि में या स्वराशि में हो तथा चंद्रमा पर बृहस्पति की पूर्ण दृष्टि हो तो भी यह योग भंग हो जाता है।
कहने का मतलब यह है कि यदि चंद्रमा का संबंध किसी भी शुभ ग्रह के साथ हो जाये तो केमद्रुम दोष ना के बराबर हो जाता है।
यदि वाकई केमद्रुम योग हैं तो ऐसी व्यक्ति की कुंडली में जब चंद्रमा की दशा आती है तो उसे बहुत कष्टों का सामना करना पड़ता है निकट के रिश्तेदार साथ छोड़ देते हैं समस्या सुलझने की बजाय और बढ़ जाती है।
kemdrum yog ka asar | केमद्रुम योग का व्यक्ति पर असर
जो व्यक्ति केमद्रुम योग से ग्रस्त होता है वह जिद्दी क्रोधी किसी की न सुनने वाला सनकी और चंचल होता है। इस प्रकार के व्यक्ति किसी भी एक विषय पर ज्यादा टिक्कर चिंतन नहीं कर पाते जिसके कारण उन्हें जीवन में असफलताओं का सामना करना पड़ता है।
kemdrum yog ka phal
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kemdrum yog ka phal | केमद्रुम योग का 12 भावों में फल
लग्न में यदि केंद्रम योग बनता है तो जातक दुखी रोगी निर्धन होता है अगर चंद्रमा स्व राशि या उच्च का हो तो केमद्रुम दोष में कमी आती है।
दूसरे भाव में यदि यह योग बनता है तो जातक मानसिक रोगी क्रोधी असंतुष्ट आंखों में कष्ट और घर में लड़ाई करने वाला होता है।
तीसरे भाव में चंद्रमा होने पर भाइयों से कष्ट शत्रुओं से हानि सदा अशांत रहनेवाला होता है।
चतुर्थ भाव में केमद्रुम योग होने पर कुक्षी में पीड़ा पारिवारिक लड़ाई झगड़े पानी से भय और जमीन जायदाद से संबंधित कष्टों का सामना करना पड़ता है।
यदि पंचम भाव में केमद्रुम योग बनता है तो हर प्रकार से असफलता का सामना करना पड़ता है।
छठे भाव में इस प्रकार का योग बनने पर अधिक शत्रु, रोग में वृद्धि अपने मामा से कष्ट और हमेशा लोगों की नजर में बेइज्जत होता है ।
सप्तम भाव में इस प्रकार का बुरा योग होतो व्यापार बिजनेस में हानि, पत्नी से मनमुटाव, पत्नी का स्वास्थ्य खराब रहना, बेवजह क्रोध और धन का हानी होता हैं।
यदि अष्टम भाव में केमद्रुम योग बनता है तो ऐसे में कब्ज की समस्या, पाचन तंत्र कमजोर होना, शत्रु से भय, शरीर व घुटनों में दर्द, दमा की बीमारी, व मानसिक अशांति रहती है।
नवम भाव में इस प्रकार का योग होने पर भाग्य उदय में रूकावट, धार्मिक कार्यों में रुचि न होना और अधिक प्रयास करने पर भी असफलता का सामना करना पड़ता है।
दशम भाव में इस प्रकार का बुरा योग होने पर स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं, नौकरी व पदोन्नति में बाधक, पिता से विचार न मिलने वाला होता है।
केमद्रुम योग एकादश भाव में बने तो धन की हानि, साधनों में कमी, यात्रा में हानि, कार्य क्षेत्रों में अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
अगर द्वादश भाव में केमद्रुम योग बनता है तो शारीरिक कष्ट, आंखों में समस्या, धन का नाश, आय कम खर्च ज्यादा और संपूर्ण जीवन संघर्षमय में होता है।
kemdrum yog ki shanti | केमद्रुम योग की शांति
हमे बिल्कुल भी घबराने की आवश्यकता नही है यदि केमद्रुम योग के कारन आप परेशान हैं तो हम आप को कुछ उपाय बताने जारहे हैं जिसको करने से केमद्रुम योग से आप को छुटकारा मिलेगा । हमारे द्वारा बताये गये कोई भी उपाय को करने से पहले एक बार अपनी जन्म कुंडली किसी योग्य ज्योतिषी को जरुर दिखाये उसके बाद ही निर्णय ले।
kemdrum yog or dosh, केमद्रुम योग या दोष, केमद्रुम दोष, केमद्रुम से बचने के उपाय |
kemdrum dosh | kemdrum yog upay | केमद्रुम दोष से बचने के उपाय
- हर महीने 2 एकादशी आती है एक शुक्ल पक्ष और दूसरा कृष्ण पक्ष इन दोनों एकादशी का व्रत करें।
- केमद्रुम योग चंद्रमा से बनता है इसीलिए भगवान शिव की पूजा करें।
- रोज सुबह ओम नमः शिवाय का जाप करें।
- केमद्रुम योग होने पर आपको पन्ना मूंगा और मोती नहीं पहनना चाहिए अगर पहननी भी हो तो किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह जरूर लें।
- चांदी धारण करने से भी केमद्रुम योग में कमी आती है ।
- हर शनिवार को शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे मिट्टी का दीपक जरूर जलाएं।
- हल्का नीला और हरा रंग का प्रयोग करना फायदेमंद हो सकता है।
- हर सोमवार को शिव मंदिर जाकर दूध या जल अवश्य चढ़ाना चाहिए।
- हर पूर्णिमा या सोमवार को किसी गरीब व्यक्ति को दूध या खीर खिलाएं
हमें उम्मीद हैं आप को kemdrum yog ki jankari और उपाय पसंद आया होगा अगर आप को केमद्रुम योग से सम्बंधित और जानकारी चाहिए तो कमेंट में पूछ सकते हैं आपको बहुत जल्द रिप्लाई दिया जायेगा।
केमद्रुम योग में पीले हकीक की माला पहिनना सही रहेगा
जवाब देंहटाएंमाला तो आप पहन सकते हैं लेकिन जितना हो सके भगवान शिव की पूजा करें इससे आपको बहुत फायदा मिलेगा
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