संतोषी माता से जुड़ी कुछ बातें
हमारे धर्म ग्रंथो में बहुत सारे देवी देवता है जिनका उल्लेख पुराणों में नही किया गया है फिर भी लोगो के बीच उनकी लोक प्रियता कुछ ज्यादा है। ऐसी ही एक देवी है माँ संतोषी ।संतोषी माता का जिक्र बेशक पुराणों में ना मेले फिर भी इनकी पूजा बड़े धूम धाम से की जाती है और शुक्रवार के दिन माता सन्तोषी का विशेष व्रत भी रखे जाते है।संतोषी माता की काहानी
संतोषी माता भगवान गणेश जी और रिद्धि-सिद्धि की पुत्री है।हालांकि इस बात का उल्लेख किसी पुराणों में नही है।
![]() |
संतोषी माता |
संतोषी माता का जन्म
ऐसा माना जाता है कि एक बार भगवान गणेश की बहन मनसा देवी रक्षा बंधन पर गणेश को राखी बांधने आई उस समय गणेश के दो पुत्र शुभ और लाभ भी थे ।पिता के हाथों में राखी बधते देख शुभ और लाभ ने गणेश जी से एक बहन की कामना की।फिर गणेश जी अपने पुत्रों की बात मानते हुए एक देवी को उत्तपन्न की जिनको आज हमलोग संतोषी माता के नाम से जानते है।
संतोषी माता का व्रत कैसे करे
* संतोषी माता का व्रत शुक्रवार के दिन किया जाता है।* शुक्रवार के दिन गुड़ और चने चढ़ाने और प्रसाद स्वरूप बाटने का नियम है ।
* सन्तोषी माता को खट्टी वस्तु कभी नही चढानी चाहिए।
* शुक्रवार के दिन घर के सभी सदस्य को शुद्ध और सात्विक रहना चाहिए।
* संतोषी माता का व्रत 16 शुक्रवार किया जाता है।
अकबर बीरबल stories]भगवान कहां है क्यों नहीं दिखाई देता
दोस्तो आप को ये लेख कैसा लगा
हमे जरूर बताना
धन्यबाद...... ..