Rashi anusar shiv pujan | शिवरात्रि मे करे राशि अनुसार करें शिव पूजन (रुद्राभिषेक)
अपनी राशि को ध्यान में रखते हुये भगवान शिव की पूजा(रुद्राभिषेक) (rashi anusar shiv pujan) करे वह किस प्रकार करेंगे हम आपको बताएंगे।
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१२ राशियों का अगले 1 साल का हाल
मेष मिथुन सिंह धनु और कुंभ राशि वालों के लिए यह साल किसी वरदान से कम नहीं है। भोलेनाथ इन 6 राशि वालों पर1साल तक विशेष कृपा करने वाले हैं। जिसके अंतर्गत आपकी सोची हुई या रुका हुआ काम बहुत शीघ्र संपन्न होगा जीवन की सभी तकलीफ दूर होंगी भगवान शिव आप के कष्ट हर लेंगे बस आपको विधि पूर्वक शिव की पूजा(रुद्राभिषेक) करनी है।वृषभ कर्क कन्या मीन राशि पर शिव की कृपा होगी जो आपके अकाल कस्ट,चोट,दुर्घटना,पति पत्नी में अनबन भाइयों के रिश्तो में सुधार और मां पिता के प्रति प्रेम,व्यापार में प्रगति भरपूर मात्रा में मिलेगा।
तुला वृश्चिक और मकर राशि का अगले 1 साल तक संघर्ष बहुत ज्यादा करनी पड़ेगी जिस प्रकार से जीवन में आप संघर्ष करेंगे उसके अनुकूल आपको फल की प्राप्ति कम होगी।
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राशि अनुसार शिव का पूजन | Shiva Puja According to Sign
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rashi anusar shiv pujan | राशि अनुसार करें शिव पूजन (रुद्राभिषेक ) |
वृष राशि के लोगों को भगवान भोलेनाथ का अभिषेक गन्ने के रस से करना चाहिए साथ ही मोगरे का इत्र चढ़ाये फिर अंत मे महा मृत्युंजय मंत्र का एक माला जाप करें।
मिथुन राशि के लोग भगवान शिव का रुद्राभिषेक जल से करें साथ ही भगवान शंकर को 108 बिल्वपत्र उनके 108 नामों को स्मरण करते अर्पित करें।
कर्कट राशि वालों को शंकर का अभिषेक कच्चे दूध में थोड़ा सा मीठा शक्कर या शहद मिलाकर करना चाहिए साथ ही रुद्राष्टकम का पाठ करते हुए सफेद पुष्प अर्पित करें।
सिंह राशि वाले रुद्राभिषेक करते समय जल में रक्त चंदन मिलाकर रुद्राभिषेक करें अंत में भगवान शिव को लाल पुष्प की माला जरुर चढ़ाएं।
कन्या राशि वाले शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक करें पूजा के अंत में भांग धतूरा बेल पत्र दुब अवश्य चढ़ाएं।
तुला राशि के जातक भगवान शिव को गंगाजल में थोड़ा सा इत्र मिलाकर शिवलिंग पर रुद्राभिषेक कर सकते हैं अगर गंगाजल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध ना हो तो आप स्वच्छ जल में भी कर सकते हैं।
वृश्चिक वाले को जल में शहद मिलाकर अभिषेक करना चाहिए और अभिषेक के पश्चात आंक का पुष्प और धतूरा अर्पण करे।
धनु राशि वालों को थोड़ा सा गंगाजल में चावल मिलाकर भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करे ध्यान रहे चावल के दाने टूटे हुए ना हो और अंत में पीला वस्त्र और पीले पुष्पों की माला जरुर चढ़ाएं। फिर उसके पश्चात में ॐ तत्पुरुषाय विदमहे महादेवाय धीमहि तन्नो रूद्र प्रचोदयात इस मंत्र का तीन माला जाप अवश्य करें।
मकरराशि वैसे तो इस राशि के लिए शिव का अभिषेक तिल के तेल से करने का विधान है लेकिन यह अभिषेक विशेष कार्यों की सिद्धि के लिए किया जाने वाला अभिषेक है। अगर जरूरी नहीं है तो आप सामान्य रुद्राभिषेक ही करें।
कुंभराशि के लिए थोड़े से तिल और उस तिल को जल में मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें । पूजन के पश्चात शिव चालीसा का पाठ करें।
मीनराशि के लोग कच्चे दूध में हल्दी या केसर मिलाकर अभिषेक करें।पीले रंग के फूल की माला शिवलिंग पर चढ़ाये साथ ही पीले पुष्प से ही शिवलिंग का श्रृंगार करें अंत मे रुद्राष्टकम का पाठ करें।
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विश्वास करें अगर हम अपनी राशि के अनुसार भगवान शिव का अभिषेक(रुद्राभिषेक श्रृंगार और पूजन करेंगे तो हमारी जितनी भी समस्याएं हैं वह सारी समस्याएं भोलेनाथ अवश्य दूर करेंगे। हमें जीवन में सुखी और खुशी होने से कोई नहीं रोक सकता।
सुख और दुख तो भाई-भाई है हमारे जीवन मे दोनों का आना आवश्यक है जब तक हमें दुख का एहसास नहीं होगा तब तक हमें सुख का अनुभव नहीं हो सकता।
ऐसा कौन है इस दुनिया में जो दुखी नहीं है कोई तन से दुखी है तो कोई मन से दुखी है तो कोई धन से दुखी है कौन है सुखी?
अपना कष्ट अपना दुख किसी और को मत सुनाइए लोग आप पर हसेंगे । अगर अपनी वेदना(दुख) सुनना ही है तो भोलेबाबा को सुनाइए जो सभी दुख और कष्टों को दूर करने वाले हैं।
हम आशा रखते हैं और भगवान शंकर से यह कामना करते हैं कि आपकी सारी मनोकामनाएं आपके सारे कष्ट भगवान शिव दूर करें
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