17 दिस॰ 2022

शनि राहू दोनों ही खराब होतो कैसे पता करें? shani rahu kharab hai to kaise pata kare

Rahu shani kharab hai to yese pata kare | शनि राहू  खराब होतो कैसे पता करें?

कुछ सालो से मैं देख रहाहू ज़्यादातरcलोगो को शनि राहु  ने कुछ ज्यादा ही परेशान कर रखा है हर कोई परेशान है इसका कारण या तो लोगो के काम ज्यादा बेकार हो गए। या लोग ज्यादा समझदार हो गए उनको पता चलचुका हैं की उनकी परेशानी का कारण राहु और शनि है।लेकिन येसा नहीं है आखिर हमे कैसे पता चलेगा की  शनि राहू खराब है तो चलिये हम जानने का प्रयास करते है

शनि राहू दोनों ही खराब होतो कैसे पता करें? shani rahu kharab hai to kaise pata kare

khabrab shani rahu ki pahachan kaise kare | शनि राहू दोनों ही खराब होतो कैसे पता करें?

व्यक्ति के स्वभाव से पता चल जाता है कि शनि ग्रह उसका खराब है कि नहीं, शनि से प्रभावित व्यक्ति का स्वभाव धीरे-धीरे बदलने लग जाता है और ऐसा व्यक्ति झूठ बोलने लग जाता है, शनि के दुष्प्रभाव के कारण धर्म-कर्म पर व्यक्ति का विश्वास नहीं रहता है


अकारण क्रोध आ जाता है, जिसके फलस्वरूप लोगों से लड़ाई झगड़े की नौबत आ जाती है, बिना कुछ करे ही कभी-कभी झूठा इल्जाम में व्यक्ति फस जाता है, जब शनि की खराब दशा चल रही होती है तो चलते चलते अच्छे काम विगड़ने लगते है। व्यापार में घाटा होने लगता है नोकरी करने वाले को अचानक परेशानी हो जाता है इसी प्रकार के लक्षण से समझ में आ जाता है कि व्यक्ति का शनि ग्रह खराब है

राहु खराब होने पर क्या होता है

मन में बनी उलझनों के कारण व्यक्ति अपने लिए बुरी स्थिति पैदा कर सकता है। वह गलत बातें सुन रहा होगा और सही की अनदेखी कर रहा होगा।वह अपनी जीभ पर नियंत्रण खो सकता है, और ऐसी बातें कह सकता है जिससे रिश्तों में खटास आ जाए। यह बहुत सीधे-सादे ढंग से बात कर देगा कि अपने ही सिद्धांतों को भूल जाएगा।वह व्यक्ति रो रहा होगा और अतीत के बारे में सोचेगा और कल के बारे में बड़ा सपना देखेगा।कुछ न होने पर भी आशंका, भय, बेचैनी का शिकार होना।कोई व्यक्ति कोई निर्णय लेने में विफल हो सकता है या बार-बार निर्णय बदल रहा होगा। वह दूसरों पर भरोसा नहीं करेगा।छल, बेईमानी, झूठ आने लगती हैव्यक्ति को आर्थिक  नुकसान का सामना करना पड़ सकता है


शनि राहू दोनों ही खराब होतो कैसे पता करें? shani rahu kharab hai to kaise pata kare

जीवन में यदि स्वयं से अपना नुकसान बार बार कर रहे हो, हमेशा उन्माद में रहते हो, नशे की लत से घर बार बिक जाना, हर जगह से धोखा और नाकामयाबी मिलना, जीवन में भटकना, जगह जगह फिरना, परिवार होते हुए भी लावारिस की तरह रहना आदि हो तो समझ जाओ शनि और राहु एकसाथ खराब है।


शनि क्रूर ग्रह हैं क्योंकि उनको न्याय व अनुशासन पसंद है। वो तब तक सबक सीखते हैं जबतक हम सुधर नहीं जाते। आप छल से उपाय से ये सोचें की सेवा का मेवा मिलेगा ही मिलेगा तो ऐसी सेवा किसी काम की नहीं। सेवा भाव अपनी आदत बना लीजिए।निस्वार्थ भाव से सेवा करिए परिवार व समाज के उन लोगों की जिनको वाकई में जरुरत हो।

शनि सभी व्यक्ति के लिए कष्टकारी नहीं होते हैं। शनि की दशा में बहुत से लोगों को अपेक्षा से बढ़कर लाभ, सम्मान व वैभव की प्राप्ति भी होती है। हालांकि कुछ लोगों को शनि की दशा में काफी परेशानी एवं कष्ट का सामना करना पड़ता है। इस प्रकार शनि केवल कष्ट ही नहीं देते बल्कि शुभ और लाभ भी प्रदान करते हैं।


इस दशा के समय यदि चन्द्रमा उच्च राशि में होता है तो अधिक सहन शक्ति आ जाती है और कार्य क्षमता बढ़ जाती है जबकि कमज़ोर व नीच का चन्द्र सहनशीलता को कम कर देता है व मन काम में नहीं लगता है। इससे समस्याएं और बढ़ जाती हैं। जन्म कुण्डली में चन्द्रमा की स्थिति का आंकलन करने के साथ ही शनि की स्थिति का आंकलन भी आवश्यक होता है।

अगर लग्न,वृष,मिथुन,कन्या,तुला,मकर अथवा कुम्भ है तो शनि हानि नहीं पहुंचाते हैं वरन उनसे लाभ व सहयोग मिलता है शनि यदि लग्न कुण्डली व चन्द्र कुण्डली दोनों में शुभ कारक है तो किसी भी तरह शनि कष्टकारी नहीं होता है। कुण्डली में स्थिति यदि इसके विपरीत है तो साढ़े साती के समय काफी समस्या और एक के बाद एक कठिनाइयों का सामना होता पड़ता है।

यदि चन्द्र राशि एवं लग्न कुण्डली उपरोक्त दोनों प्रकार से मेल नहीं खाते हों अर्थात एक में शुभ हों और दूसरे में अशुभ तो साढ़े साती के ठीकठाक फल मिलता है।

संबन्धित पोस्ट

क्या आपका भी मंगल खराब है तो ये है लक्षण

शनि की साढ़ेसाती व ढैया से कैसे बचा जाए 

पितृदोष से घबराये नहीं करे सही उपाय 

केमद्रुम योग जीवन को नर्क बनादेता हैं जाने उपाय 

आखिर क्यों प्रिय है शनि को लोहा ?

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

इस लेख से सम्बंधित अपने विचार कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं