24 जन॰ 2023

कही आप नकली को असली तो नहीं समझ रहे अद्भुत लेख

 Asli Nakli ki pahachan । असली नकली की पहचान

बहुत बार हमे असली नकली की पहचान नहीं होती या असली को पहचान ने की काबिलियत नही होती कही बार तो हम  जिंदगी भर नकली वस्तु को असली समझते है अंत में वो निकलता नकली जिससे हमे बहुत बड़ा पछतावा होता है।

हम यहां पर सिर्फ असली और नकली की बात कर रहे हैं चाहे वह कोई बहरूपिया इंसान हो या कोई वस्तु ! इससे कोई फर्क नहीं पड़ता यहां पर सिर्फ यह बताया जाएगा कि आप असली और नकली को कैसे बड़े ही आसानी से पहचान सकते हैं ।

असली और नकली की पहचान कैसे करें । Asli aur nakli ki pahachan kaise kare



असली और नकली की पहचान करने के लिए मैं आपको सिर्फ एक छोटा सा उदाहरण दूंगा इसको पढ़ने के बाद आप बड़े ही आसानी से समझ जाएंगे


एक लड़का अपने परिवार के साथ रहता था। उसके पिता दुकानदार थे। अपनी दुकान से ही वे अपना गुजर बसर करते थे एक दिन उसके पिता बीमार पड़ गए धीरे- धीरे उनकी हालत बिगड़ती गयी और अंत में उनका देहांत हो गया। पिता के मरण के बाद परिवार पर आर्थिक संकट आ गया। 


ऐसे में मां ने घर चलाने के लिए बेटे को अपना एक कीमती हार दिया और कहा कि इसे अपने चाचा की दुकान पर दिखा देना, वे भी एक जौहरी हैं। इसे बेचकर जो पैसे मिलेंगे वह ले आना।


लड़के ने अपने चाचा को जब यह हार दिखाया, तो चाचा ने हार को अच्छे से देखा और कहा कि अभी बाजार बहुत मंदा है, इसे थोड़ा रुककर बेचना, तो अच्छे दाम मिल जाएंगे। 2 फिलहाल तो तुम मेरी दुकान पर नौकरी कर लो, वैसे भी मुझे एक भरोसेमंद लड़के की जरूरत है।


लड़का अगले दिन से दुकान का काम सीखने लगा। वहां उसे हीरों व रत्नों की परख का काम सिखाया गया। अब उस लड़के के घर में आर्थिक समस्या नहीं रही। धीरे- धीरे रत्नों की परख में उसका यश दूरदराज के शहरों तक फैलने लगा।


 दूर-दूर से लोग उसके पास अपने गहनों की परख करवाने आने लगे। एक बार उसके चाचा ने उसे बुलाया और कहा कि जो हार तुम बेचना चाहते थे, उसे अब ले आओ।


लड़के ने घर जाकर मां का हार जैसे ही हाथ में लेकर गौर से देखा तो पाया कि वह हार तो नकली है। वह तुरंत दौड़कर चाचा के पास पहुंचा और उनसे पूछा कि आपने मुझे तभी सच क्यों नहीं बताया, जब मैं इस हार को बेचने आया था? 


इस पर चाचा ने कहा कि अगर मैं तुम्हें उस समय सच बताता तो तुम्हें लगता कि संकट कि घड़ी में चाचा भी तुम्हारे कीमती हार को नकली बता रहे हैं और तुम्हें मुझ पर यकीन नहीं होता, लेकिन आज जब तुम्हें खुद ही गहनों को परखने का ज्ञान हो गया है, तो अब तुम खुद असली-नकली की पहचान कर सकते हो।

दोस्तो हम आशा करते है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा अपना आपने इस लेख से क्या सीखा कमेंट मे बताना धनन्यवाद 

संबन्धित लेख 

भगवान मूर्खो को दिखाई नहीं देते | भगवान के होने का सबूत 

भगवान के होनेका 10 सबसे बड़ा सबूत 

ब्रेन सर्जरी के दौरान महिलाने गाया हनुमान चालीसा 

रूस-यूक्रेन युद्ध : चाणक्य से जानिए कैसा राजा होना चाहिए और कैसी प्रजा

Tag-असली नकली की पहचान कैसे करे, asli Nakli ki pahachan,

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

इस लेख से सम्बंधित अपने विचार कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं