Emerald Gemstone benefits hindi | किस्मत खुल सकती है पन्ना रत्न से
हमें सावधान रहना चाहिए अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देना चाहिए जब भी आप रत्न खरीदने के लिए जाए तो जानकार व्यक्ति को अवश्य साथ ले जाएं नहीं तो आप ठगी का शिकार हो सकते हैं।
आपके जन्मपत्री में बुध ग्रह की स्थिति अच्छी है फिर भी आपको बुध ग्रह के अच्छे प्रभाव देखने को नहीं मिल पा
रहा है तो आपको बुध ग्रह का रत्न अवश्य धारण करना चाहिए।
जब भी आप पन्ना रत्न पहनते हैं तो 1 दिन से लेकर 45 दिन के अंदर ही हमें पन्ना रत्न का प्रभाव देखने को मिलता है। जन्मपत्री में बुध ग्रह की स्थिति बहुत ही ज्यादा कमजोर हैं तो इसके प्रभाव में कुछ देर लग सकता है।
Which people can wear emerald gems | किसको पहनना चाहिये पन्ना रत्न
पन्ना रत्न मिथुन, कन्या ,वृष ,तुला, मकर लग्न के लोग पन्ना रत्न धारण कर सकते हैं बस शर्त इतना है की बुध ग्रह3,6,8,12 भावों में नहीं होना चाहिए। यदि बुध ग्रह नीच का हो तो भी आप पन्ना धारण नहीं कर सकते।
दूसरे लग्न के लोगों के लिए भी पन्ना धारण करने का विधान है लेकिन उन्हें अपनी कुंडली बहुत अच्छे से किसी
विद्वान ज्योतिषी से एक बार अवश्य दिखानी चाहिए।
यदि बुध ग्रह अस्त अवस्था में हो तो पन्ना पहने या नहीं?
सूर्य के सबसे निकट वाला ग्रह बुध है इसीलिए ज्यादातर कुंडलियों में बुध ग्रह अस्त होते हैं ऐसी अवस्था में हमें
क्या करना चाहिए?
यदि बुध ग्रह अच्छे भावों में हो अच्छे ग्रहों के साथ बैठा हो 3 6 8 12 में ना हो बुरे ग्रहों की दृष्टि बुध ग्रह पर न हो और बुध ग्रह अस्त हो तो ऐसी अवस्था में हमें पन्ना रत्न जरूर धारण करना चाहिये।
कितने रत्ती का पन्ना रत्न धारण करें
आमतौर पर पन्ना रत्न 6 रत्ती का पहनना चाहिए अगर पन्ना रत्न अच्छे क्वालिटी का हो तो यह कुछ कम रत्ती का पहनने से भी बहुत अच्छा लाभ मिलता है। कई ज्योतिषी तो इस रत्न को अपने शरीर के वजन के दसवां भाग
जितना पहनने की सलाह देते हैं। जैसे मान लीजिए आपका वजन 60 किलो है तो आपको पन्ना रत्न 6 रत्ती
का धारण करना चाहिए इस प्रकार से बहुत सारे ज्योतिषी पन्ना धारण करवाते हैं।
Who should not wear emerald | पन्ना किसे धारण नहीं करना चाहिए
यदि जन्मपत्री में बुध ग्रह वक्री हो अस्त हो, नीच हो, तो पन्ना रत्न कभी धारण नहीं करना चाहिए चाहे वह कुंडली मिथुन लग्न की हो वृषभ लग्न की हो कन्या लग्न हो किसी भी लग्न की हो ऐसी अवस्था में आपको पन्ना नहीं धारण करना चाहिए नहीं तो इसका दुष्प्रभाव आपको ले डूबेगाSecond gem with emerald gem | पन्ना रत्न के साथ दूसरा रत्न
बहुत बार ऐसा होता है कि हमने एक रत्न तो धारण कर लिया फिर बाद में स्थिति ऐसी बन जाती है कि हमें दूसरेग्रह का रत्न भी धारण करना पड़ता है। हमें इस बात की जानकारी जरूर होनी चाहिए कि किस रत्न के साथ
कौन सा रत्न धारण करना चाहिए मान लीजिए आप ने बुध ग्रह पन्ना रत्न emerald stone धारण कर लिया हैं तो
आप कुंडली के अनुसार पुखराज, नीलम, हीरा, भी पहन सकते हैं अगर आपने पन्ना रत्न धारण किया हुआ है तो।
भूल कर भी मंगल का रत्न मूंगा और चंद्रमा का रत्न मोती कभी पन्ना के साथ धारण न करें।
Do not wear emerald stone on this day | इस दिन में रत्न धारण न करें
आम तौर पर हम अक्सर यह देखते हैं जब भी कोई नया रत्न खरीद लेते हैं तो मन में एक बेचैनी सी रहती है कब हम इस रत्न को धारण करें हम आपको बता दें रत्न धारण करने का भी मुहूर्त होता है दिन होता है और उसका एक पद्धति होता है बिना नियम के धारण किया हुआ रत्न का प्रभाव हमें न के बराबर मिलता है।आपको जिस दिन भी रत्न धारण करना हो ध्यान दें उस दिन आपके राशि से चंद्रमा 6 8 12 में न हो जो भी रत्न
आप धारण करें उसी ग्रह से संबंधित दिन में ही धारण करें जैसे- आप बुध ग्रह का रत्न धारण करेंगे तो आपको
बुध ग्रह से संबंधित दिन बुधवार को ही धारण करना चाहिए कोई भी रत्न शुक्ल पक्ष में धारण करने से ज्यादा
असरदार होता है।
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side effects of wearing emerald stone | पन्ना पत्थर पहनने के दुष्प्रभाव
यदि बुध ग्रह की महादशा चल रही हो और बुध आपकी कुंडली में छठे आठवें और बारहवें भाव में बैठा हुआ है
तो ऐसी स्थिति में आपने पन्ना रत्न धारण कर लिया तो बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है अगर आपने पन्ना रत्न के साथ मोती रत्न को भी धारण कर लिया तो भी इसका बहुत भयंकर परिणाम होगा जब भी आप पन्ना पहने तो
मोती रत्न धारण न करे ।
Method of wearing emerald stone | पन्ना रत्न धारण करने की विधि
emerald stone |
अपनी कुंडली के अनुसार बुध ग्रह की स्थिति को देखते हुए चार या छह रत्ती का पन्ना सोने या चांदी की अंगूठी में
जड़वा ले।शुक्ल पक्ष के किसी भी बुधवार के दिन पन्ना रत्न को शुद्ध गंगा जल पंचामृत आदि से स्नान कराके
लगभग आधे घंटे तक पंचामृत में डुबोकर रखें। उसके बाद गंगाजल से धोकर उसको पूजा स्थल में किसी शुद्ध
पात्र में रख दें फिर उस रत्न का विधि पूर्वक पूजन करके बुध के मंत्रॐ बू बुधाय नमः का जाप करते हुए सूर्य
उदय के बाद सबसे छोटीउंगली कनिष्का में पन्ना रत्न को धारण करना चाहिए।
How to identify genuine and fake emerald gemstone
असली और नकली पन्ना रत्न की पहचान
जो वस्तु वाकई में असली होती है उसको किसी प्रकार की सबूत या प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती फिर भी
आजकल रत्नों के नाम पर लोगों को बहुत ज्यादा ठगा जा रहा है इसके चलते हमें इस बात को भी नजरअंदाज
नहीं करना चाहिए कि जो रत्न हम धारण कर रहे हैं वह असली है या नकली असली पन्ना रत्न घास जैसा हरा होता
है और पूर्ण रूप से पारदर्शी होता है यदि हम पन्ना रत्न को शीशे की गिलास में पानी भर कर डुबो दें तो गिलास में से हल्की हरे रंग की किरणें देखने को मिलती है।
अगर हम पन्ना रत्न को किसी लकड़ी में घिस दे तो उसके निखार में और वृद्धि होती है इस प्रकार से हमें पन्ना रत्न असली होने का सबूत मिल जाता है।
पन्ना रत्न पहनने से क्या-क्या फायदे होते हैं emerald stone benefits क्या नुकसान होते हैं और पन्ना रत्न
हमें किस प्रकार धारण करना चाहिए यह लेख पढ़ने के बाद आपको पता चल गया होगा ऐसे ही रोचक जानकारी के लिए कृपया हमें फॉलो करें ।
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