17 अप्रैल 2019

Planet Gemstone Wearable Method | इस प्रकार पहने रत्न जल्दी होगा लाभ

Planet Gemstone Wearable Method | ग्रह अनुसार शुभ रत्न धारण विधि 

नौ ग्रहों के रत्न को धारण करने की सरल विधि Planet Gemstone Wearable Method हर कोई शुभ रत्न ग्रह के अनुसार धारण करना चाहता हैं  (Gemstone Wearable Method) और अपनी  समस्या को खत्म करना चाहता है क्योंकि रत्न ही एकमात्र सरल साधन है जिसको पहनने से किसी को झिझक नहीं होती आज हम आपको बतायेंगे कौन सा रत्न किस ग्रह का है उस रत्न को कैसे पहने किस धातु में पहने कब धारण करे।(Planet Gemstone Wearable Method)
Planet Gemstone Wearable Method

लोग बिना किसी जानकारी बिना ज्योतिषीय सलाह के रत्न खरीद लेते हैं और उसको अपनी मर्जी के अनुसार या
अपनी सुविधा को देखते हुए उस रत्न को धारण कर लेते हैं जिसके चलते उन्हें बहुत सारी मुसीबतों का सामना
करना पड़ता हैं

 ऐसे ही लोग हमारे ज्योतिष शास्त्र के ऊपर अभद्र टिप्पणी करते हैं जो लोग हमारे हिंदू धर्म के ऊपर ज्योतिष
शास्त्र के ऊपर हमारी सनातन संस्कृति से ऊपर अभद्र टिप्पणी करते हैं ऐसे लोगों से हमें बचके रहना चाहिए और हमें यह प्रयास करना चाहिए ऐसे लोगों को हम सही रास्ता दिखा सके

 चलिए अब हम आते हैं अपने विषय पर हमें रत्न का उचित परिणाम कब मिलता है? जब हम उस रत्न के विषय
में बारीकी से समझेंगे किसी योग्य जानकार से सलाह लेकर उसकी बताई गई हर एक बात को  मानेंगे तो हमें
उस रत्न का अनुकूल परिणाम मिल जाएगा आज हम आपको बताएंगे कौन से  रत्न  को  किस प्रकार धारण
करना चाहिए जानने के लिए कृपया यह लेख अंत तक पढ़े

कोई भी रत्न को धारण करने से पहले हमें और रत्न को पहले कच्चे दूध में धोकर फिर गंगा जल से अच्छे से
स्नान कराकर उसके अधिपति एवं अपने इष्ट देव का ध्यान करते हुए उस ग्रह के मंत्रों का जाप करके और उस
ग्रह से संबंधित दिन का चुनाव करने के बाद  तब जाकर हमें रत्न धारण करना चाहिए


ग्रह अनुसार रत्न और उनके धारण करने की सरल विधि (Planet Gemstone Wearable Method)  


  • सूर्य  रत्न  माणिक्य
  • धारण वार रविवार 
  • वजन 3 से 5 रत्ती 
  • धातु सोना 
  • अंगुली अनामिका (रिंग फिंगर)
  • धारणकरने का समय सुबह 11:30 से 12:30 तक





  • चंद्र रत्न  मोती
  • रत्न बार  सोमवार
  • वजन 4 से लेकर 5 रत्ती
  • धातु चांदी 
  • अंगुली कनिष्ठा लिटिल फिंगर 
  • धारण करने का समय सायंकाल या तो पूर्णिमा की रात में





  • मंगल रत्न मूंगा 
  • वार मंगलवार 
  • वचन 5 रत्ती से लेकर 11 तक
  • धातु सोना या तांबा 
  • अंगुली अनामिका रिंग फिंगर
  • धारण समय सुबह 8:00 बजे से लेकर 1 बजे तक धारण करना चाहिए





  • बुध ग्रह रत्न पन्ना 
  • वार बुधवार 
  • वजन 4 से लेकर 7 रत्ती
  • धातु सोने की अंगूठी में कनिष्ठा उंगली लिटिल फिंगर
  •  प्रातः काल 6:30 बजे से 9:00 बजे तक धारण करना चाहिए



  • बृहस्पति रत्न पुखराज
  • वार गुरुवार  
  • वजन 4 से लेकर 5 रत्ती 
  • सोने की धातु में तर्जनी उंगली में समय 12:30 बजे से
  • लेकर 2:00 बजे तक दिन या रात





  • शुक्र रत्न हीरा
  • वार शुक्रवार 
  • वजन एक से दो रत्ती तक
  •  धातु प्लैटिनम सोना 
  • उंगली अनामिका रिंग फिंगर 
  • समय प्रातः काल 9:00 से लेकर 10:30 बजे तक



  • शनि रत्न नीलम
  • वार शनिवार
  • वजन 3 से 5 रत्ती तक
  • धातु सोना 
  • उंगली मध्यमा मिडिल फिंगर 
  • समय दिन के 1:00 बजे से लेकर 2:00 बजे तक और रात में 7:00 से 8:00 बजे तक





  • राहु रत्न गोमेद
  • वार बुधवार या शनिवार 
  • वजन 4 से 7 रत्ती तक
  • धातु चांदी 
  • अंगुली मध्यमा मिडल फिंगर 
  • समय रात को 7:00 बजे से 9:30 बजे तक



  • केतु रत्न लहसुनिया
  • वार बुधवार  
  • वजन 3 से 7 रत्ती 
  • धातु चांदी या सोना 
  • अंगुली कनिष्ठा लिटिल फिंगर
  • समय रात को 7:00 बजे से 9:30 बजे तक।

ग्रह अनुसार रत्न और उनके धारण करने की सरल विधि (Planet Gemstone Wearable Method)

हम आशा करते हैं आपको हमारी यह लेख अच्छी लगी होगी और हम उम्मीद करते हैं कि जब भी आप
रत्न धारण करें तो किसी जानकार व्यक्ति से सुझाव लेकर ही करेंगे यदि आपको इस लेख से
संबंधित कुछ कहना है या अपना सुझाव देना है तो नीचे कमेंट करें ।
                                                               धन्यवाद....|
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