21 जन॰ 2019

9 facts of Ramayana | रामायण की अनसुलझी बातें

9 facts of Ramayana | रामायण की अनसुलझी बातें 

9 facts of Ramayana | रामायण की अनसुलझी बातें
9 facts of Ramayana 

रामयण  को सबने देखा पढ़ा होगा पर" रामायण Ramayana की 9 facts अनसुलझी बातें" है जो सभी को नहीं पता होगा।आज हम कुछ रामायण की एसी 9 बातें बतायेगे जो आपको अनसुनी और अनसुलझी लगेगीरामायण में  राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न चार भाई थे लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि राम जी की एक बड़ी बहन भी थी जिसका नाम शांता था कथाओं के अनुसार अंगदेश के राजा की कोई संतान नहीं थी उन्होंने अपना यह दुख अयोध्या के राजा दशरथ से कहा तब राजा दशरथ ने अपनी पुत्री शांता को उन्हें गोद दिया

 रावण को 10 सिर कैसे मिले

रावण भी रामायण का मुख्य पात्र हैं भगवान शिव का यदि कोई सबसे बड़ा भक्त था तो वह रावण था जब रावण भगवान शंकर की तपस्या कर रहा था तब उसने अपना सिर काट के शंकर जी को चढ़ाया था तब भगवान शंकर रावण पर प्रसन्न हो गए फिर भगवान शंकर ने उसका सिर लौटा दिया था भगवान शंकर जितनी बार रावण का सिर लौटा देते उतनी बार वह सिर काट के शंकर के चरणों में चढ़ा देता रावण ने ऐसा 10 बार किया और अंत में भगवान शिव ने रावण के दसों सिर वापस कर दिए।
लंका का मालिक रावण नहीं कुबेर था!

भगवान शिव ने अपनी पत्नी पार्वती के कहने पर खुद के लिए लंका का निर्माण करवाया था।लंका की रामायण का एक प्रमुख अंग हैं । कुबेर ने भी भगवान शिव की तपस्या की थी जिस पर प्रसन्न होकर भगवान शंकर ने कुबेर से वरदान मांगने को कहा तब कुबेर ने लंका नगर को मांग लिया था। रावण कुबेर का सौतेला भाई था रावण ने कुबेर से लंका को छीन लिया।
हनुमान का बजरंगबली नाम कैसे हुआ?
एक बार माता सीता अपनी मांग में सिंदूर लगा रही थी हनुमान जी ने माता सीता को सिंदूर लगाते हुए देख लिया फिर हनुमान ने माता सीता से कहा माता आप अपने मांग पर सिंदूर क्यों भर रही हैं फिर मां सीता ने कहा मेरी मांग में सिंदूर भरने से मेरे स्वामी राम की लंबी आयु होती है इसीलिए मैं अपने मांग में सिंदूर भरती हूं मां सीता की यह बात सुनकर हनुमान जीने भी अपने शरीर को पूरा लाल कर दिया तभी से हनुमान जी का दूसरा नाम बजरंगबली है सिंदूर का दूसरा नाम बजरंग भी होता है
शूर्पणखा खुद चाहती थी कि रावण मरे
facts of Ramayana
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यह बात सुनकर आप लोगों को अजीब सा लगा होगा भला कोई बहन अपने ही भाई को क्यों मारना चाहती है क्योंकि रावण ने शूर्पणखा नखा के पति विद्युतजिव्ह को मारा था फिर शूर्पणखा ने अपने मन ही मन अमर को यह श्राप दिया था तुम्हारी मृत्यु का कारण भी स्त्री होगी।
लक्ष्मण जी 14 साल तक सोए नहीं थे
राम का वनवास हुआ तब लक्ष्मण भी अपने भाई की सेवा करने के लिए वन को चले गए थे वन में लक्ष्मण जी 14 साल तक सोए नहीं थे क्योंकि उन्होंने निद्रा देवी से 14 साल तक नींद नहीं आने का वरदान प्राप्त कर लिया था
 राम का आशीर्वाद है गिलहरी के पीठ पर सफेद लकीर
लंका पर चढ़ाई करने के लिए समंदर में सेतु का निर्माण किया जा रहा था तब गिलहरी ने भी अपना योगदान दिया था गिलहरी की इस भक्ति को देख कर नंदराम ने गिलहरी के पीठ पर अपना हाथ रख दिया था के फलस्वरूप उसके पीठ पर सफेद लकीर बन गए गिलहरी के पीठ में सखी सफेद लकीर राम जी के आशीर्वाद को दर्शाता है
लक्ष्मण को राम जी ने ही मृत्यु का दंड दिया था
यमराज एक दिन भगवान राम के महल में आ गए और कहा कि मुझे राम जी से कुछ जरूरी बातें करनी है बात करने से पहले यमराज जी ने शर्त रखी हमारी बातों को नाही कोई सुने नाही कोई देखे, जो भी हमारी बातों को सुनेगा या देखेगा से आप मृत्यु दंड देंगे? भगवान राम ने यमराज की बात मान ली और यह वचन दिया जो भी कोई हमारी बात सुनेगा उसे में मृत्युदंड दूंगा! जब भगवान राम और यमराज जी बातें कर रहे थे किसी कारणवश लक्ष्मण जी वहीं पहुंच गए तब मजबूरन लक्ष्मण को मृत्यु का दंड दिया था।

अगर आप रामायण ramayanaके प्रमुख पात्रों के विषय में जानकारी चाहते हे तो इस पोस्ट को पढ़े  हमें उम्मीद हे आप को यह पोस्ट अच्छा लगा  होगा यदि कोई भी सवाल या सुझाब हो तो कृपया कमेंट करे धनयबाद ।


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