12 जुल॰ 2020

आसान नहीं हैं शालिग्राम भगवान का पूजा नियम

Shaligram Bhagwan ka Puja Niyam|शालिग्राम भगवान का  पूजा नियम 

आपने घरमे शालिग्राम की शीला रखी हैं तो आपको शालिग्राम भगवान के लिये बनाये गये कुछ  पूजा नियम (shaligram bhagwan puja niyam) जरूर पता होने चाहिये।

शालिग्राम के विधि पूर्वक पूजन से मन की इच्छा पूरी हो जाती है शालिग्राम भगवान की महिमा कितनी बड़ी है इस बात का प्रमाण स्कंद पुराण के कार्तिक महात्म्य में भगवान शंकर ने स्वयं शालिग्राम की महिमा कही हैं शालिग्राम को विधि पूर्वक घर में रखने से बहुत सारे चमत्कार होते हैं।
Shaligram Bhagwan ka Puja Niyam|शालिग्राम भगवान का  पूजा नियम
Shaligram Bhagwan ka Puja Niyam
जिस भी घर में भगवान शालिग्राम का पूजन विधि पूर्वक होता है उस घर को लक्ष्मी छोड़कर कभी नहीं जाती क्योंकि शालिग्राम भगवान विष्णु का ही स्वरूप है जहां भगवान विष्णु होते हैं वहां से लक्ष्मी कभी नहीं जाती।

लेकिन आपको पता होना चाहिए जहां अच्छा होता है वहां बुराइयां भी होती है शालिग्राम के पूजन में आपने जरा सी भी लापरवाही की तो आपको इसका दुष्परिणाम भी भोगना पड़ेगा इसीलिए आपको शालिग्राम भगवान के पूजन को लेकर बनाई गई कुछ नियमों को जरूर जानना चाहिए।

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खान पान यदि आपका खान-पान सही नहीं है और आपने भगवान शालिग्राम का विग्रह अपने मंदिर में स्थापित किया हुआ है आप मांस खाते हैं मदिरा खाते हैं नशा करते हैं तो आपको शालिग्राम भगवान को घर में नहीं रखना चाहिए आपका खान-पान सही है तो आप रख सकते हैं।

भोग अवश्य लगाये जिस घर मे शालिग्राम की स्थापना हैं उस घर के सभी सदश्य को रोज नहाना चाहिए। दोपहर और शाम को जब आप भोजन करे तो पहले भगवान शालिग्राम को भोग अवश्य लगाये फिर खाना खाये।

नियमित पूजा आपको घर मे शालिग्राम रखने का लाभ तभी मिल सकता है जब आप नियमित रूप से पूजा करेंगे। कभी कभी ऐसा हो सकता है जब आप पूजा करने के लायक नही होते जैसे- घर मे सूतक लगना, रजो दर्शन होना, गंभीर रूप से बीमार होना आदि में शालिग्राम की पूजा न करना दोष नही लगता।

रोज शालिग्राम का स्नान आपने घरमे शालिग्राम को रखा है तो रोज पंचामृत(दूध,दही,घी,मधु,चीनी) से उनका अभिषेक अनिवार्य है यदि पंचामृत उपलब्ध न होतो शुद्ध जल से करे।

विशेष ध्यान देने वाली बात घर मे सिर्फ एक ही शालिग्राम होना चाहिये। बहुत सारे लोग एक ही पात्र में कई प्रकार के शालिग्राम रखते है जो गलत है।

तुलसी चढ़ाये शालिग्राम की नियमित पूजा में तुलसी दल अवश्य चढ़ाये इससे मनोकामना शीघ्र पूरी होती है।ऐसी मान्यता है कि हमारी पृथ्वी और समस्त ब्रह्माण  शालिग्राम का ही रूप है

ऐसे में हमे पूरी भक्ति से इनकी पूजा करनी चाहिये शालिग्राम की पूजा में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें।

भगवान को खुश करना जितना आसान समझते है उतना है नही कठोर साधना के बगैर हम भगवान को खुश कर हि नही सकते। वो तो बस कहने वाली बात है कि भगवान को मन से मानो सब काम हो जायेगा ।

जब हमारा मन ही पापी है उस पापी मन से भगवान कैसे खुश हो सकते है पहले मन को पवित्र बनाओ फिर मन से मानो और मन पवित्र करने के लिये हमें सत्संग करना होगा धार्मिक क़िताबे पढनी होगी हमारे अन्दर की सभी कमियों को दूर करना होगा तभी जाकर मन पवित्र होगा।


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