hanuman ke 12 naam jap vidhi aur mahima | हनुमान के 12 नाम जपविधि और महिमा
ऐसा कोई काम नहीं जो हनुमान पूरा न कर सके हनुमान जी कलयुग के साक्षात देवता है साथ ही हनुमान से भी बड़ा है हनुमानजी का 12 नाम आजकल के भक्त भगवान की पूजा तो करते है लेकिन वो पूजा सही से नही करते । जिसके कारण उनको मनोवांछित फल की प्राप्ति नही होती फिर अंत मे यही कहते है पूजा पाठ सब बेकार है।
हनुमान के 12 नामो में सभी समस्याओं का समाधान छुपा हुआ है बस जरूरत है इसको शुद्ध से पढ़ने और जपने की । कोई भी काम इतना आसान नही होता आजकल डिजिटल युग का जमाना है हर कोई अपने-अपने फायदे की बात करता है । लोगों का भला हो उनका कल्याण हो ऐसा सोचकर काम करने वाले बहुत कम लोग है खैर कोई बात नही जब तक ourbhakti.com है तब तक आपको चिंता करने की कोई जरूरत नही ।
hanuman ke 12 naam ke arth aur phayde |
हनुमान के 12 नाम में क्या है । hanuman ke 12 naam kya hai
ऐसा कहे तो कोई अतिसयोक्ति नही होगी कि यही 12 नाम है जो एक सामान्य व्यक्ति के जीवन को खुशाल बना सकता है उनकी सभी परेशानियों को खतम कर सकता है इन्ही 12 नामों में हरेक समस्या का समाधान छुपा हुआ है। जो व्यक्ति इसको नित्य जप करता है उसका कल्याण निश्चित है।
कैसे जपे हनुमानजी के 12 नामों को । kaise jape hanuman ji ke 12 naamo ko
इसको जपने का कोई समय नही आप हनुमान के बारह नामो को कभी भी जप सकते है सिर्फ दो स्थान को छोड़कर वो है शौचालय में और सूतक में।
जब आप शौच (मल त्याग करते समय) में हो तब आप इन नामों को नही जप सकते ।
घर मे किसी का देहांत हो गया हो या कोई जन्मा हो तो भी हनुमान के 12 नामो को नही जप सकते । इसके अलावा आप कही भी कभी भी इन नाम को जप सकते है सुबह उठने से लेकर रात सोने समय तक आप इन नामों का जप कर सकते है। हनुमान के 12 नामों को आप दो प्रकार से जप सकते है पहला है श्लोक पढ़कर दूसरा सीधा पढ़कर। आपकी सुविधा के लिए हम यहां इन दोनो विधानों को बतायेंगे ।आपको जो सरल लगे वो कर सकते है।
हनुमान के बारह (12) नाम । hanumaan ke 12 naam
हनुमानञ्जनीसूनुर्वायुपुत्रो महाबल:।
रामेष्ट: फाल्गुनसख: पिङ्गाक्षोऽमितविक्रम:।।
उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशन:।
लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा।।
एवं द्वादश नामानि कपीन्द्रस्य महात्मन:।
स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च य: पठेत्।।
तस्य सर्वभयं नास्ति रणे च विजयी भेवत्।
राजद्वारे गह्वरे च भयं नास्ति कदाचन।।
हनुमानजी के १२ सरल नाम । hanumanji 12 saral naam
- हनुमान
- अंजनीसुत
- वायुपुत्र
- महाबल
- रामेष्ट
- फाल्गुनसखा
- पिंगाक्ष
- अमितविक्रम
- उदधिक्रमण
- सीताशोकविनाशन
- दशग्रीवदर्पहा
- लक्षमणप्राणदाता
हनुमान के १२ नामों का बारह अर्थ | hanuman ke 12 naamo ka arth
- हनुमान-विशेष नाम
- अंजनीसुत-अंजनी के पुत्र
- वायुपुत्र-वायु के भी पुत्र हैं हनुमान
- महाबल -अधिक शक्तिशाली
- रामेष्ट-भगवान् राम के सबसे प्रिय
- फाल्गुनसखा-अर्जुन के मित्र
- पिंगाक्ष-जिनके आख भूरे हैं
- अमितविक्रम-साहसी और पराक्रमी
- उदधिक्रमण-समुद्र को जितने वाले
- सीताशोकविनाशन-माता सीता के शोक हरने वाले
- लक्षमणप्राणदाता-लक्षमणप्राण बचानेवाले
- दशग्रीवदर्पहा-रावणकेघमंडकोदूरकरनेवाले
Sundaram
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया जानकारी है
जवाब देंहटाएंधन्यवाद 🙏
जवाब देंहटाएंसर ...हमें आपके द्वारा दी गयी ये जानकारी काफी पसंद आयी और यह काफी helpful भी है
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