Sarwartha Siddhi Yog Kya Hain Ki Puri Jankari
सर्वार्थसिद्धि योग का हमारे ज्योतिष शास्त्र में बहुत महत्व है आज हम इसी योग के विषय में चर्चा करेंगे sarwartha siddhi yog kya haiSarwartha Siddhi Yog Kya Hai | सर्वाथ सिद्धि योग क्या हैं
ज्योतिष शास्त्र में sarwartha siddhi yog को बहुत ही शुभ योग माना गया है वैसे तो ज्योतिष में अलग-अलग कामों के लिए अलग-अलग मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं
कई लोग ऐसे है जिनको ज्योतिष में ज्यादा रुचि न होने के कारण उनको मुहूर्त निकालने में ज्यादा कठिनाई होती है जिसका फल स्वरुप वे सही मुहूर्त नहीं निकाल पाते।
सर्वार्थसिद्धि योग इन्ही लोगों के लिए बना है ऐसे लोग अगर पंचांग में सर्वार्थ सिद्धियोग देखकर कोई काम प्रारंभ करें तो वह बहुत जल्दी सिद्ध हो जाता है जितने भी अशुभ योग होते है वो इस समय नही लगते।
लेकिन बहुत सारे ऐसे काम होते है जो सर्वार्थसिद्धि योग में भूल कर भी नही करना चाहिए इस लेख को आप ध्यान से पढ़ना आपको सारी बातें समझ आयेंगी।
sarwartha siddhi yog me kare | सर्वार्थसिद्धि योग में क्या करे
सर्वार्थसिद्धि योग में आप दुकान खरीद सकते है उस दुकान का उद्घाटन कर सकते है लेकिन आप उसी दुकान में हवन पूजा नही कर सकते क्योंकि हवन का मुहूर्त अलग होता है।
आप मकान खरीद सकते है उस मकान की रेजिस्ट्रेशन कर सकते है अपना घर बेच सकते है कोई नया घर खरीदते है तो उस घर का चाबी ले सकते है लेकिन आप सर्वार्थसिद्धि योग में गृह परवेश की पूजा नही करा सकते।
आप किराये में मकान ले सकते हैं या अपना घर किराये पर दे सकते है, सगाई का रश्म भी पूरा सकते है,कुँवा खुदवा सकते है, किसी को कर्ज दे सकते है या दूसरे से कर्ज ले भी सकते है और भी बहुत छोटे छोटे काम आप सर्वार्थ सिद्धि योग में पूरा कर सकते है।
sarwaartha siddhi yog me kya nahi kare | सर्वार्थसिद्धि योग में क्या करे
सर्वार्थसिद्धि योग सभी जगह शुभ नही होता जैसे आप इस योग में विवाह नही कर सकते, अगर विवाह के दिन यह योग पढ़ रहा है तो विवाह करने में कोई दोष नही लगता,
गृह प्रेवेश का कार्य नही कर सकते, इस योग में लंबी यात्रा नही कर सकते।
sarwartha siddhi yog kaise banta hai | सर्वार्थ सिद्धी योग कैसे बनता है।
सर्वार्थसिद्धि योग का निर्माण वार और नक्षत्र के मेल से होता आप सभी जानते है सात बार होते है और सत्ताईस नक्षत्र इन्ही वार नक्षत्र जब एक दूसरे से मिलते है तब सर्वार्थसिद्धि योग बनता है।
- सोमवार के दिन यदि रोहिणी मृगशिरा श्रवन अनुराधा नक्षत्र पड़े तो इस योग का निर्वाण होता है।
- मंगलवार के दिन उत्तरभाद्रपद अश्विनी कृतिका नक्षत्र पड़े तो यह योग बनता है।
- बुधवार के दिन अगर रोहिणी हस्त कृतिका अनुराधा मृगशिरा नक्षत्र हो तो इसका निर्माण होता है।
- बृहस्पतिवार को यदि अनुराधा रेवती अस्विनी पुनर्वसु नक्षत्र पढ़े तो सर्वार्थसिद्धि योग बनजाता है।
- शुक्रवार के दिन यदि अनुराधा अस्वनी रेवती इन तीनों नक्षत्र में से कोई एक होतो ये योग बनता है
- शनिवार को रोहिणी श्रवण स्वाति होतो सर्वाथ सिद्धी योग बनता है।
- रविवार की मूल अस्विनी हस्त उत्तरफाल्गुनी तिष्य उत्तरभाद्रपद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र हो तो सर्वार्थसिद्धि योग बन जाता है।
हम आशा करते है आपको सर्वार्थसिद्धि योग (sarwartha siddhi yog kya hain) की जानकारी मिल गई होगी आपके मन मे कोई भी जिज्ञाशा हो तो आप हमसे सम्पर्क कर सकते है । धन्यबाद।
Kya hm sarwartha siddhi yog me mundan sanskar kr sakte hai
जवाब देंहटाएंji sree maan bilkul kr sakte hain
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