23 फ़र॰ 2024

ये है एक अच्छे ज्योतिषी को पहचानने का सबसे अच्छा तरीका

ये है एक अच्छे ज्योतिषी को पहचानने का सबसे अच्छा तरीका

ज्योतिषी एक ऐसा व्यक्ति होता है जो ज्योतिष विद्या का ज्ञान रखता है और इसका उपयोग लोगों को मार्गदर्शन देने के लिए करता है। ज्योतिषी का कार्य लोगों को उनके जीवन में आने वाली घटनाओं के बारे में जानकारी देना, उनके लिए उपयुक्त समय का चुनाव करना और उन्हें उनके जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए उपाय बताना होता है।

ये है एक अच्छे ज्योतिषी को पहचानने का सबसे अच्छा तरीका



एक ज्योतिषी में होने चाहिए ये 12 गुण


  1. ज्ञान: ज्योतिषी को ज्योतिष विद्या का गहन ज्ञान होना चाहिए। उसे जन्म कुंडली बनाने, ग्रहों की चाल का विश्लेषण करने और विभिन्न ज्योतिषीय योगों का अर्थ समझने में सक्षम होना चाहिए।
  2. अनुभव: ज्योतिषी को ज्योतिष विद्या में पर्याप्त अनुभव होना चाहिए। उसने कई लोगों की कुंडलियां देखी हों और उन्हें मार्गदर्शन दिया हो।
  3. संचार कौशल: ज्योतिषी में अच्छे संचार कौशल होने चाहिए। वह अपनी बात लोगों को सरल और सहज भाषा में समझा सके।
  4. सहानुभूति: ज्योतिषी में सहानुभूति की भावना होनी चाहिए। वह लोगों की समस्याओं को समझ सके और उन्हें उनसे निपटने में मदद कर सके।
  5. अखंडता: ज्योतिषी में अखंडता और ईमानदारी की भावना होनी चाहिए। वह लोगों को गलत जानकारी नहीं दे और उनके साथ धोखाधड़ी नहीं करे।
  6. जिम्मेदारी: ज्योतिषी को अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए। वह लोगों को जो भी सलाह दे, उसका परिणाम क्या होगा, इस बारे में सोचना चाहिए।
  7. वैज्ञानिक दृष्टिकोण: ज्योतिषी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखना चाहिए। वह ज्योतिष विद्या को अंधविश्वास नहीं, बल्कि एक विज्ञान के रूप में देखना चाहिए।
  8. नैतिकता: ज्योतिषी को नैतिकता का पालन करना चाहिए। वह लोगों को गलत काम करने के लिए प्रेरित नहीं करे।
  9. आत्मविश्वास: ज्योतिषी में आत्मविश्वास होना चाहिए। वह अपनी बात लोगों के सामने आत्मविश्वास के साथ रख सके।
  10. धैर्य: ज्योतिषी में धैर्य होना चाहिए। वह लोगों की बातों को धैर्यपूर्वक सुने और उन्हें समझने की कोशिश करे।
  11. सकारात्मकता: ज्योतिषी में सकारात्मकता होनी चाहिए। वह लोगों को सकारात्मक सोचने और जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करे।
  12. नम्रता: ज्योतिषी में नम्रता होनी चाहिए। वह लोगों के साथ घमंड या अहंकार नहीं दिखाए।


इन गुणों के अलावा, ज्योतिषी को लगातार अपनी शिक्षा और ज्ञान को बढ़ाते रहना चाहिए। उसे ज्योतिष विद्या के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोध और विकास के बारे में जानकारी रखनी चाहिए।


यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ज्योतिष विद्या एक निश्चित विज्ञान नहीं है। ज्योतिषी द्वारा की गई भविष्यवाणियां हमेशा सटीक नहीं होती हैं। इसलिए, लोगों को ज्योतिषी की सलाह को केवल मार्गदर्शन के रूप में लेना चाहिए और अपने जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले खुद भी सोचना चाहिए।



एक ज्योतिषी को कुंडली कैसे देखना चाहिए

एक ज्योतिषी को ये 10 बातें कभी नही बतानी चाहिए


ज्योतिषी को कुंडली देखने के लिए ये 7 बातों का ध्यान रखना चहिये


  1. कुंडली बनाना: सबसे पहले, ज्योतिषी को व्यक्ति की जन्म तिथि, समय और जन्म स्थान के आधार पर कुंडली बनानी चाहिए। कुंडली बनाने के लिए ज्योतिषी विभिन्न ज्योतिषीय सॉफ्टवेयर या वेबसाइटों का उपयोग कर सकते हैं।
  2. ग्रहों की स्थिति का विश्लेषण: ज्योतिषी को कुंडली में ग्रहों की स्थिति का विश्लेषण करना चाहिए। ग्रहों की स्थिति के आधार पर ज्योतिषी व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  3. भावों का विश्लेषण: ज्योतिषी को कुंडली के बारह भावों का विश्लेषण करना चाहिए। प्रत्येक भाव जीवन के एक अलग पहलू का प्रतिनिधित्व करता है। भावों का विश्लेषण करके ज्योतिषी व्यक्ति के जीवन में होने वाली घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  4. योगों का विश्लेषण: ज्योतिषी को कुंडली में विभिन्न ज्योतिषीय योगों का विश्लेषण करना चाहिए। योग ग्रहों की विशेष स्थितियों का परिणाम होते हैं और व्यक्ति के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।
  5. दशाओं का विश्लेषण: ज्योतिषी को कुंडली में ग्रहों की दशाओं का विश्लेषण करना चाहिए। दशाएं ग्रहों के प्रभाव की अवधि को दर्शाती हैं। दशाओं का विश्लेषण करके ज्योतिषी व्यक्ति के जीवन में आने वाले अच्छे और बुरे समय के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  6. व्यक्ति से बातचीत: ज्योतिषी को व्यक्ति से बातचीत करनी चाहिए और उसकी समस्याओं को समझना चाहिए। व्यक्ति से बातचीत करके ज्योतिषी उसे बेहतर मार्गदर्शन दे सकते हैं।
  7. उपाय सुझाना: ज्योतिषी को व्यक्ति की समस्याओं के समाधान के लिए उपाय सुझाने चाहिए। उपाय ज्योतिषीय विधियों के आधार पर होने चाहिए और व्यक्ति के लिए उपयुक्त होने चाहिए।


एक अच्छे ज्योतिषी के लिये चार कुछ महत्वपूर्ण बातें:


  • ज्योतिषी को कुंडली देखते समय निष्पक्ष और निष्पक्ष रहना चाहिए।
  • ज्योतिषी को व्यक्ति को भ्रमित नहीं करना चाहिए या उसे डराना नहीं चाहिए।
  • ज्योतिषी को व्यक्ति को गलत आशा नहीं देनी चाहिए।
  • ज्योतिषी को व्यक्ति की गोपनीयता का सम्मान करना चाहिए।


ज्योतिष विद्या एक जटिल विद्या है और कुंडली देखने के लिए ज्योतिषी को गहन ज्ञान और अनुभव की आवश्यकता होती है। यदि आप कुंडली देखवाना चाहते हैं, तो आपको एक अनुभवी और योग्य ज्योतिषी की तलाश करनी चाहिए।


एक ज्योतिषी को ये 10 बातें कभी नही बतानी चाहिए


ज्योतिषी को निम्नलिखित बातें नहीं बतानी चाहिए:


  1. व्यक्तिगत जानकारी: ज्योतिषी को व्यक्ति की व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि उसका पूरा नाम, पता, फोन नंबर, सोशल मीडिया अकाउंट, आदि नहीं बताना चाहिए।
  2. गोपनीय जानकारी: ज्योतिषी को व्यक्ति की गोपनीय जानकारी, जैसे कि उसकी बैंकिंग जानकारी, स्वास्थ्य जानकारी, पारिवारिक समस्याएं, आदि नहीं बताना चाहिए।
  3. गैरकानूनी गतिविधियों के बारे में जानकारी: ज्योतिषी को व्यक्ति की गैरकानूनी गतिविधियों के बारे में जानकारी नहीं बताना चाहिए।
  4. भविष्य के बारे में निश्चित भविष्यवाणियां: ज्योतिषी को व्यक्ति के भविष्य के बारे में निश्चित भविष्यवाणियां नहीं करनी चाहिए। ज्योतिष विद्या एक निश्चित विज्ञान नहीं है और भविष्यवाणियां हमेशा सटीक नहीं होती हैं
  5. नकारात्मक बातें: ज्योतिषी को व्यक्ति को नकारात्मक बातें नहीं बतानी चाहिए। ज्योतिषी को व्यक्ति को सकारात्मक सोचने और जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
  6. अंधविश्वास: ज्योतिषी को व्यक्ति को अंधविश्वासों में विश्वास करने के लिए प्रेरित नहीं करना चाहिए।
  7. धोखाधड़ी: ज्योतिषी को व्यक्ति को धोखा नहीं देना चाहिए। ज्योतिषी को व्यक्ति से उचित शुल्क लेना चाहिए और उसे गलत जानकारी नहीं देनी चाहिए।
  8. अहंकार: ज्योतिषी को व्यक्ति के सामने अहंकार नहीं दिखाना चाहिए। ज्योतिषी को व्यक्ति के साथ विनम्रता और सम्मान के साथ व्यवहार करना चाहिए।
  9. भेदभाव: ज्योतिषी को व्यक्ति के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करना चाहिए। ज्योतिषी को सभी व्यक्तियों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए।
  10. धर्म या जाति के आधार पर भविष्यवाणी ज्योतिषी को व्यक्ति के धर्म या जाति के आधार पर भविष्यवाणी नहीं करनी चाहिए।


यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ज्योतिष विद्या एक मार्गदर्शन है, न कि जीवन का आधार। ज्योतिषी की सलाह को केवल मार्गदर्शन के रूप में लेना चाहिए और अपने जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले खुद भी सोचना चाहिए।

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